नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुए भीषण ब्लास्ट ने पूरे देश को झकझोर दिया है। सरकार ने घटना को आतंकी हमला करार देते हुए जांच तेज कर दी है। इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा कि इस हमले के दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी, जो वैश्विक स्तर पर मिसाल बनेगी। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि भारत की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
मेवात कनेक्शन की जांच तेज
जांच आगे बढ़ने के साथ कई अहम सूत्र सामने आ रहे हैं। शुरुआती जानकारी के अनुसार, धमाके का तार हरियाणा के मेवात क्षेत्र से जुड़ा हो सकता है। बुधवार शाम करीब 6 बजे दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों की टीम नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका के बसई मेव गांव पहुंची और कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की।
सूत्र बताते हैं कि इस इलाके में अवैध खनन के दौरान अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल आम है, और यही विस्फोटक इस ब्लास्ट में भी उपयोग हुआ हो सकता है। एजेंसियां इस पहलू पर विस्तार से जांच कर रही हैं और आसपास के गांवों में सर्च ऑपरेशन जारी है।
राजनीतिक माहौल भी गरमाया
घटना ने राजनीतिक हलचल भी बढ़ा दी है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि धमाके के 50 घंटे बाद जाकर इसे आतंकी हमला बताया गया, जबकि पाकिस्तान की भूमिका पर कोई टिप्पणी नहीं की गई। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने पूछा कि “क्या पाकिस्तान की संलिप्तता के बिना भारत में आतंकी हमला संभव है?”
उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “पहलगाम हमले के समय सरकार ने कहा था कि आतंकी हमला युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा, लेकिन इस बार सरकार की प्रतिक्रिया उससे बिल्कुल अलग है।”
कांग्रेस ने यह भी पूछा कि “सरकार की चुप्पी क्या संकेत देती है और असली साजिशकर्ता कौन हैं?”